भगवान श्री चित्रगुप्त धर्मार्थ ट्रस्ट का उद्देश्य

परम पूज्य भगवान श्री चित्रगुप्त जी की कृपा और भोलेनाथ शिव शंकर एवं माता पार्वती के परिवार का स्नेह एवं आशीर्वाद प्राप्त कर तथा स्वयं के पूर्वज पूज्यनीय राम दयाल लाल, विशुनदेव लाल, राजकिशोर लाल एवं जगदम्बा प्रसाद के आशीर्वाद से उनका वंशज मैं सुशील सिनहा पुत्र श्री दुर्गा चरन सिनहा निवासी अहिरौली लाला, सलेमपुर, देवरिया, उ0प्र0 अपने पूज्यनीय माता जी श्रीमती व्यासपति देवी की प्रेरणा और परमपूज्य भाई अनिल सिनहा एवं ग्राम सभा अहिरौली लाला के सभी बुजुर्गो के आशीर्वाद से ''भगवान श्री चित्रगुप्त धर्मार्थ ट्रस्ट'' अहिरौली लाला, सलेमपुर, देवरिया, उ0प्र0 का गठन 22.08.2017 को उप निबन्धक सलेमपुर, देवरिया के समक्ष करते हुए ग्राम सभा अहिरौली लाला, सलेमपुर, देवरिया में भगवान श्री चित्रगुप्त जी की सपरिवार 51 फिट ऊँची संगमरमर की मूर्ति निर्मित कराने तथा स्थापित कराने का संकल्प लिया हूँ।
ट्रस्ट द्वारा भारत देश में जहां कहीं पर भी कायस्थ बाहुल्य स्थान होगा वहाँ पर
भगवान श्री चित्रगुप्त की यथा उचित प्रतिमा स्थापित कर पूजन वन्दन की व्यवस्था भी किया जायेगा।

भगवान श्री चित्रगुप्त धर्मार्थ ट्रस्ट का प्रमुख कार्य

ट्रस्ट द्वारा भारत देश में कलम (लेखनी) के महत्व को समझाते हुए लेखनी पूजन के प्रति सबको जागृत कर जगह-जगह लेखनी पूजन का आयोजन किया जायेगा तथा सभी छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं/नौकरी आदि में सफलता, अधिवक्ताओं को मुकदमों में सफलता, व्यापारी को व्यापार में सफलता, डाॅक्टर के लेखनी से लिखी दवाईयों से जनमानस को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए, अधिकारी/कर्मचारी के आदेश को जनोपयोगी बनाने के लिए, शिक्षा के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए और जन जागरण कर सबके कलम में कायस्थ के कलम की भाँति शक्ति संचार के लिए जनमानस को नित्य लेखनी पूजन के लिए प्रेरित किया जायेगा।

ट्रस्ट द्वारा भारत देश के विभिन्न स्थानों पर ''भगवान श्री चित्रगुप्त वैदिक पाठशाला एवं लेखनी पूजन भवन'' के नाम से संस्था स्थापित कर सभी जाति-वर्ग के छात्र-छात्राओं को नित्य पूजा पद्धति, कलम पूजन पद्धति, सत्य नारायण कथा सहित विभिन्न कर्मकाण्डों, जप, यज्ञ, अनुष्ठान, विवाह, मुण्डन, गृह प्रवेश पद्धति, दुर्गा सप्तसती पाठ, श्रीमद् भागवत कथा वाचन आदि का प्रशिक्षण विद्वान आचार्यगण द्वारा दिलाया जायेगा तथा यहां पर नियमित लेखनी पूजन भी कराया जायेगा।

ट्रस्ट द्वारा भारत देश में पूर्व से निर्मित किन्तु उपेक्षित सभी हिन्दू धर्मस्थलों, मंदिरों का संरक्षण/ जीर्णोद्वार कराया जायेगा एवं भगवान श्री चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापना तथा भजन पूजन एवं लेखनी पूजन की व्यवस्था किया जायेगा। इस हेतु ट्रस्ट द्वारा प्रशिक्षित आचार्यगण की नियुक्ति की जायेगी । ट्रस्ट द्वारा भारत देश में आवश्यकतानुसार कुँआ, तालाब, पौशाला, गौशाला, वृद्धा आश्रम, विधवा आश्रम, बालगृह, शादी भवन, यज्ञ भवन, अनाथालय, छात्रावास, अस्पताल आदि निर्मित कराया जायेगा तथा समाज के निर्बल/ असहाय/ अशिक्षित/ उपेक्षित/ दलित - शोषित/ बहिष्कृत/ वृद्धा/ विधवा/ विकलांग/ निः शक्त लोगों के उत्थान के लिए कार्य किया जायेगा।

ट्रस्ट द्वारा उक्त के अतिरिक्त अन्य बहुत सारे समाज उपयोगी कार्य किये जायेगे जिसके सम्बन्ध में समय-समय पर समाज को अवगत कराया जाता रहेगा।

भगवान श्री चित्रगुप्त मूर्ति निर्माण एवं लेखनी पूजन के लिए सहयोग की अपील

आप सब से अनुरोध है कि ट्रस्ट द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों सहित मुख्यतः विश्व प्रसिद्ध एवं विश्व की सबसे ऊँची भगवान श्री चित्रगुप्त जी की सपरिवार 51 फिट ऊँची मूर्ति निर्माण के साथ भगवान श्री भोलेनाथ की सपरिवार 21 फिट ऊँची मूर्ति निर्माण जिसमें उनकी पुत्री माता अशोक सुन्दरी की मूर्ति भी सम्मिलित रहेगी और माता दुर्गा जी की लंगूर वीर एवं भैरव नाथ के साथ 21 फिट ऊँची संगमरमर की मूर्ति निर्माण और भव्य मंदिर के निर्माण में अपना सहयोग/दान की राशि यथा शक्ति सामर्थ्य के अनुसार अथवा प्रति व्यक्ति कम से कम 101 रूपये प्रदान करने की कृपा करें।

सहयोग/दान राशि ट्रस्ट की वेब साइट www.bscdt.in में जमा कर सकते हैं अथवा ट्रस्ट का बैंक खाता - स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया शाखा सलेमपुर, देवरिया, उ0प्र0 में भगवान श्री चित्रगुप्त धर्मार्थ ट्रस्ट (BSCDT) खाता सं0- चालू खाता- 38212392983 अथवा बचत खाता- 37120910985 IFSC CODE- SBIN0016477 में चेक/RTGS/NEFT/आन लाईन सुविधा से प्रदान करें।

निवेदकः सुशील सिनहा पुत्र श्री दुर्गा चरन सिनहा (मुख्य ट्रस्टी)

अहिरौली लाला, सलेमपुर, देवरिया, उ0प्र0 274509
मो0ः 9919030638, 8808408033